Best Top 5 Kids for New Short Moral Stories in Hindi
Best Top 5 Kids for New Short Moral Stories in Hindi
Hindi Short kids Moral Stories – 1

एक किसान था. किसान बहोत महेनत करता था
उसके खेत में एक बहोत बड़ा पत्थर का एक हिस्सा ज़मीन से ऊपर निकला हुआ था
जिससे ठोकर खाकर वह कई बार गिर चुका था
और कितनी ही बार उससे टकराकर खेती के सभी औजार भी टूट रोजाना की तरह आज भी वह सुबह-सुबह खेती करने पहुंचा और इस बार वही हुआ,
किसान का हल पत्थर से टकराकर टूट गया.
किसान बहोत क्रोधित हो उठा, और उसने निश्चय किया था कि आज जो भी हो
जाए वह इस पत्थर को ज़मीन से निकाल कर ही इस खेत के बाहर फ़ेंक देगा.
वह गाँव से तुरंत 6 – 7 लोगों को बुला लाया था और सभी को लेकर वह उस पत्त्थर के पास पहुंचा और बोल,
” यह देखो ज़मीन से निकले पत्थर के इस पत्थर का हिस्सा ने मेरा बहोत ज्यादा नुक्सान किया है,
और आज हम सभी को मिलकर इसे आज उखाड़कर खेत के बाहर फ़ेंक देना है.”
और ऐसा कहते ही किसान वह फावड़े से पत्थर के किनार वार करने लगा था ! पर यह क्या !
अभी उसने एक-दो बार ही मारा था कि पूरा-का पूरा पत्थर ज़मीन से बाहर निकल कर आ गया .
साथ खड़े लोग भी सोच में पड़ गए और उन्ही में से एक ने हँसते हुए पूछा , “क्यों भाई ,
तुम तो कहते थे कि तुम्हारे खेत के बीच में एक बड़ी सी चट्टान दबी हुई है ,
पर ये तो एक मामूली सा पत्थर निकला था !
किसान भी सोच में पड़ गया सालों से जिसे वह एक भारी-भरकम पत्थर समझ रहा था
दर असल में वह बस एक छोटा सा पत्थर था !
उसे पछतावा हुआ कि काश उसने पहले ही इसे पत्थर को निकालने का प्रयास किया होता
तो ना उसे इतना नुकसान उठाना पड़ता और ना ही दोस्तों के सामने उसका मज़ाक बनता .
हम भी कई बार ज़िन्दगी में आने वाली छोटी-छोटी मुसीबतों को बहुत बड़ा ही समझ लेते हैं
और इसे निपटने की बजाय तकलीफ उठाते रहते हैं .
ज़रुरत इस बातकी है कि हम बिना समय गंवाएं उन मुसीबतों से लड़ना , और जब हम ऐसा करेंगे
तो कुछ ही समय में पत्थर सी दिखने वाली समस्या
एक छोटे से पत्थर के समान दिखने लगेगी जिसे हम आसानी से हल पाकर आगे बढ़ सकते हैं !
Hindi Short kids Moral Stories – 2

बहुत बड़े 3 चोरोकि कहानी है
तीन चोर बहुत दिनों की बात है । किसी शहर में रमन . घीसा और राका तीन चोर रहते थे ।
तीनों को थोड़ा – थोड़ा विद्या का ज्ञान था ।
तीनों चोरों को विद्या का ज्ञान प्राप्त होने के कारण बहुत ज्यादा घमण्ड था ।
विद्या द्वारा तीनों चोर शहर में बड़े – बड़े लोहे की तिजोरियों को तोड़ के चोरी कर ते थे और बैंकों को लूट लिया करते थे ।
इस तरह तीनों चोरों ने बड़े शहर के लोगों की नाक में बहुत ही ज्यादा दम कर रखा था ।
एक बार तीनों चोरों ने एक बड़े बैंक में डकैती करके सारा माल उड़ा दिया था ।
तब पुलिस को खबर हुई तो तीनों चोरों को पकड़ने के लिए तलाश करने लगी ।
मगर तीनों चोर पास ही के एक घने जंगल में भाग गए । तीनों चोरों ने देखा कि जंगल में बहुत – सी हड्डियां बिखरी पड़ी हैं ।
रमन ने अनुमान लगाकर कहा- ये तो किसी शेर की हड्डियां हैं । मैं चाहूं तो सभी हड्डियों को अपनी विद्या के ज्ञान द्वारा जोड़ सकता हूं ।
घीसा को भी विद्या का घमंड था सो , वह बोला ‘ अगर ये शेर की हड्डियां हैं तो मैं इनको अपनी विद्या द्वारा शेर की खाल तैयार कर उसमें डाल सकता हूं ।
रमन और घीसा की बात सुनकर राका का भी घमझड उमई पड़ा और उसने कहा – तुम दोनों इतना काम कर सकते हो तो मैं भी अपनी विद्या द्वारा इसमें प्राण डाल सकता हूं ।
तीनों चोर अपनी विद्या का प्रयोग करने लगे । कुछ देर बाद रमन ने सारी हड़ियों को जोड दिया और घीसा ने शेर की हुबह जान डाल दी ।
थोड़ी देर में तीनों चोर सामने एक जीवित भयानक शेर को देखकर थर – थर कांपने लगे ।
मगर शेर के पेट में तो एक दाना नहीं था । वह भूख के मारे गरजता हुआ तीनों चोरों पर हमला कर बैठा और मारकर खा गया ।
शेर मस्त होकई घने जंगल की ओर चल दिया ।
शिक्षा : इस कहानी से हमें यही शिक्षा मिलती है कि कभी घमण्ड नहीं करना चाहिए ।
बहुत ही बड़े घमण्डी को हमेशा दुख का ही सामना करना पड़ता है ।
यदि तीनों घोर अपनी विद्या का बहुत ही घमण्ड न करते तो उन्हें जान से हाथ न घोने पड़ते ।
Hindi Short kids Moral Stories – 3

बुरे कर्म का बुरा फल
बुरे कर्म का बुरा फल एक बार दो डाकू और दो चोर कहीं से चोरी व डाका डालकर बहुत – सा धन लाए थे ।
धन को लेकर वे एक बगीचे में आए । एक डाकू ने कहा- भूख लगी है ।
डाकुओं ने चोरों को रूपए दिए कि जाओ , तुम मिठाई खरीदकर ले लाओ । मिठाई खाने के बाद में धन का बंटवारा कर लेंगे ।
दोनों चोर मिठाई लेने गए तो उन्होंने सोचा कि इस मिठाई में यदि विष मिला दे तो दोनों डाकू मर जाएंगे
और धन हम दोनों आधा – आधा बाँट लेंगे ।
जैसे ही उन दोनों चोरों ने मिठाई लाकर रखी तो दोनों डाकुओं ने दोनों चोरों को बंदूक से मार दिया ।
उन दोनों डाकुओं ने सोचा कि चोर तो मर गए , अब तो हम दोनों ही सारा धन बाँट लेगे ।
पहले मिताई खा लेते हैं । जैसे ही उन दोनों ने मिठाई खाई तो वे दोनों डाक भी मर गए और धन यहीं पड़ा रह गया ।
इसीलिए कहा जाता है कि बुरे कर्म का बुरा फल होता है ।
Hindi Short kids Moral Stories – 4

समय का मूल्य राज दरबार में एक आदमी आया । उसने राजा से प्रार्थना की- महाराज , मैं बहुत गरीब है ।
कृपया मुझे कुछ सोने के सिक्के दे दीजिए । सजा ने का तम कोई काम क्यों नहीं करते ।
वह व्यक्ति बोला मुड़ा कोई काम नही देता । लोग मुझे आलसी कहते हैं ।
राजा ने कहा तीक है खजाने से तुन जितना सोना ले जाना चाहो , ले जाओ ।
परन्तु ध्यान रखना सूर्य ड्रयन की बाद खजाना बंद हो जाता है । इसलिए समय पर आ जाना ।
वह आदमी बहुत खुश हुआ । अगले दिन वह नास्ता कर खजाने की ओर चल दिया ।
रास्ते में उसे एक छायादार पेड़ मिला । घनी छाया देखकर वह वहाँ सो गया ।
दोपहर में जब नींद खुली तो उसने सोचा , शायद मैं ज्यादा देर सो गया था । खैर , कोई बात नहीं ।
शाम होने में अभी काफी समय बाकी है । वह उठ खड़ा हुआ । रास्ते में मेला लगा हुआ था ।
उसने सोचा- क्यों न कुछ देर मेला देख लिया जाए । फिर खजाने के पास चला जाऊँगा ।
काफी देर तक मेले का आनंद लेता हुआ रहा । जब उसने देखा अब सूर्य डूबने ही वाला है , तो उसे राजा की चेतावनी याद आई ।
वह भाग कर खजाने के पास पहुंचा , लेकिन तब तक सूर्य डूब चुका था ।
सैनिकों ने उसे अंदर जाने से रोक दिया ।
उन्होंने कहा- तुमने देर करके अमीर बनने का एक बढ़िया मौका खो दिया ।
वह व्यक्ति अपने घर लौट गया ।
उसे बहुत पछतावा हो रहा था । उसने तय किया कि वह जीवन में कभी आलस्य नहीं करेगा ।
शिक्षा : समय का पाबंद बने और कभी भी आलस्य न करें ।
Hindi Short kids Moral Stories – 5

एक गधे की Short Moral Stories
एक गधे को अपनी आवाज बिल्कुल भी अच्छी नहीं लगती थी ।
वह हमेशा सोचा करता काश मैं भी मीठी बोली में बोल सकता । काश मैं भी गाना गा सकता ।
एक दिन वन मास का एक महान में गत चर रहा था । तभी उसने एक सुरीली आवाज सुनी ।
उसने देखा कि घास के एक तिनक पर हरे रंग का एक दिडा बैठा हुआ था । यह आवाज उसी की थी ।
ये को पराका ग सात अन्ना लगा । वह दिखने के पास आकर गाला तुमगनी जावाज बहुत भीगे है ।
तुम ऐसी क्या चीज खाते हो जिससे ऐसा सराला संगीत निकाल पास हो
टिड्डे ने कहा , मैं ओस की बूंदें पीती हूं और हरी – हरी घास खाता हूं ।
गधे ने सोचा कि जरूर सुबह ओस की बूंदें पीने से ही आवाज मीठी होती है ।
और हो सकता है कि घास खाने से मेरा रंग भी सुंदर हरा हो जाए ।
इसीलिए अगले दिन सुबह – सुबह कह घास के मैदान में पहुंच गया , घास खाने के लिए ।
ओस की बेंदों से भीगी हुई घास बडी ही स्वादिष्ट थी । वह कई दिनों तक केवल घास खाता रहा ।
लेकिन न तो उसकी आवाज बदली , न ही रंग ।
फायदा बस यह हुआ कि गधे ने एक पौष्टिक भोजन खाना शुरू कर दिया , जो उसके लिए और उसकी सेहत के लिए अच्छा था ।
हरी सब्जियाँ और हरी पत्तियों तो हम सभी के लिए फायदेमंद होती है ना ।
The 10 Best Short Moral Stories With Valuable Lessons
Releted . short moral stories in hindi
Pingback: New moral stories in Hindi : महेनति किसान के तीन बेटे की कहानी
Pingback: Best Motivational Quotes in hindi for students :- Inspire You to Success
Pingback: Best Top 5 Akbar And Birbal Story In Hindi : अकबर और बीरबल की कहानी